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Tuesday, October 26, 2010

करवा चोथ व् दिवाळी री मोकळी मोकळी राम राम

माहरा सगळा भायला ने दिवाळी करवा चोथ रा मोकला - मोकला राम राम मान्ज्यो सा
मैं भगवान सु आ ही आशीष माँगा हा की महल्डा सगळा भायला रे टापरे मैं खुसिया ही आवे    

Monday, October 11, 2010

क्वींस बेटन गुलामी की प्रतीक: बाबा रामदेव

राष्ट्रमंडल खेलों में क्वींस बेटन को गुलामी का प्रतीक करार देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि इसके विरोध स्वरूप ही उन्होंने खेलों के शुभारंभ समारोह में हिस्सेदारी नहीं की। यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि कोई भी आजाद मुल्क गुलामी की निशानियों को ढोता नहीं है बल्कि उसे खत्म करता है लेकिन हमारे यहां ब्रिटेन के युवराज महारानी का संदेश पढकर खेलों का उद्घाटन करते हैं। क्वींस बेटन को उन तमाम मुल्कों में घुमाया जाता है जो कभी न कभी अंग्रेजों के गुलाम रहे थे। बाबा ने कहा कि अमेरिका भी कभी अंग्रेजों का गुलाम रहा था लेकिन आजाद होने के बाद उसने गुलामी की निशानियों को मिटा दिया। उन्होंने सडक पर चलने से लेकर बिजली के स्विच और कार के स्टेयरिंग से अंग्रेजी मानकों तक को बदल डाला है लेकिन भारत गुलामी की मानसिका से उबर नही पा रहा है। सरकारों पर लगाए ब्रिटिश ढर्रे पर कार्य करने का आरोप लगाते हुए बाबा ने का कि अगले तीन सालों में यदि सरकारों या दलों का रवैया नहीं बदला तो वे नया राजनीतिक विकल्प खडा करेंगे। देशभर में भारत स्वाभिमान यात्रा कर रहे बाबा ने यहां दिल्ली पहुंचने पर कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन परकरीब एक लाख करोड रूपए खर्च हो रहे हैं। इतनी राशि से एक हजार विश्वविद्यालय खुल सकते थे। फिर भी वे खेल विरोधी नहीं है, लेकिन खेलों के नाम पर गुलामी नहीं परोसी जानी चाहिए। इसमें भ्रष्टाचार करने वालों को ढंडित किया जना चाहिए।

Wednesday, October 6, 2010

Gujrati Sayari

Paade che saad tu mane roj khvaab ma,
Taro avaaj sambhalu cho hu kitaab ma;
Tari mahendi no rang maari ghazal ne sajaavashe,
Ekaad patra Tuy lakhe jo javaab ma.
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Ful cho pan kata no shangaar karu cho,
Jindagi che pan mot no swikar karu chu;
are! Jivan ma hu ek bhul vaaramvaar karu chu,
Maanvi chu ne maanvi ne pyaar karu chu.
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Ek Bhule gayo Bhutkal, Haji Vartamaan Baaki che;
Aato pawan ni laher hati, haji Tufaan baki che.
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Pidhu e haath nu paani, Ne Haath Mangu chu;
Bhale thaay Barbadi, Toy Jivanbhar no saath maango chu.
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jawaani e zara ma jai ne jindagi ne sago kidho che;
pyasa ne maanmohit kari ne bewafa e dago kidho che.
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Buddhi ne pan vahem thayo che,
Hu jaanu chu e kem thayo che;
kahu! Koine kahesho nahi ke,
paheli j najare prem thayo che.
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Maari ghazal che niche padela Gulabma;
Laakho milanni tako che haji pan hisab ma.
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Ketlaay varshe mali che tu he sakhi,
Me sajavi che taari maate ghazal ni paalkhi;
Tu samay ne le barabar paarkhi,
Etle j taaji shaayri che me lakhi.
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Vijalina zabkar ma suni, prit ni param vaani;
Aabh aakho thayu zalhala ne, Pruthvi thai pani pani.
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Adrashya rahi ne mara Rudan ma hata tame,
same malya to aavi gaya mara smit ma tame.
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Ful ne khushbu male, naav ne saagar male;
Aap jo Aavo to mara dil ne dilbar male.
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Aansu padya aankho maathi, tamne shi kadar?
tame todyu che dil maaru, eni shi khabar?
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Hu ichu chu chataa evi nirasha thai nathi shakti;
Milan taaru asanbhav che, e shraddha thai nathi shakti.
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mahobbat ane jagat vachhe nu sthal vicharu chu;
mara ane tara vachhe nu antar vicharu chu.
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kadi chinta kari lau chu, kadi chintan kari lau chu,
Jivanma em jivan nu hu sanshodhan kari lau chu;
mathu chu hu mathi ne bas hraday ma kathan kari lau chu,
visarjan thay jya prem nu, tya fari sarjan kari lau chu.
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Tu nathi to aa jagat Udas laage che,
Punam ni raatoy mujne aamas laage che;
Anu Anu ma jagatna nihalu chu tane,
nayan ni kiki ma pan taaro vaas laage che.
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E hraday te pan bhala kevo fasavyo che mane;
je nathi mara banya eno j banavyo che mane.
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have bas bahu thayu buddhi, Hu pagal thau to saaru,
Prem no samay aavyo che, Hu diwano thau to saaru.
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Hoi shake to eva maan ne marag hoi shake;
jene pagle ek majanu paangartu jag hoi shake.

Gujrati Sayari

Te jo mithdi aankh maari,
Mara haiya ma jhankaar vaagi;
Je shakya naa hoy eva ghanaa,
Svapnoni aas jaagi.
Te jo be mitha bol bolya,
Maara kaano ma sangeet vaagyu;
Dhime dhime taara vichaaro nu,
Maara jeevan ma pravaas jagyu.
Te jo maaro haath pakadyo,
Main maara mata-pita ni aangadi chodi;
Aakhu jeevan taari saathe rehva,
Main maara parivaar no saath chodyo.
Te jo maaro saath aapyo,
Maara svapno ne saacha padta main joya;
Pan saambhad… ek vaat che
J mane khoti laagti aavi.
Tu maaro ne hoon taari,
Prem che aatlo swarthi kem;
Mata-pita, parivaar no saath chodi,
Shu prem bani shake safal tu keh.
Aaje hu chhodu chu haath taro,
Na samjish k mein chodyo saath taro;
Aa maaro rasto ne pelo che taaro,
Have che taari malvaani vaat khoti.
To aaj pachi aapde malishu nahi,
Haan yaad to aapde ek bijaane karshu;
Aankh pan bheeni thai jashe maari
Yaad kari e mithdi aankh taari…!

Love Sayari

Chaahat ke dariya meinkoi kismat vaala hi dhoobta hai
Paar vo hi hota hai jo har mushkil ka saamna kare
Ae pyar karne vaalo peechey na hatna kabhi
Chaahe laakh sitam zamaan kare….

Friday, October 1, 2010

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के तीन जजों में से एक जस्टिस एसयू खान ने अपने फैसले में निम्न बातें कहीं:-

1. बाबर के आज्ञा के अनुसार ही विवादित स्थल पर मस्जिद बनाई गई थी।

2. गवाहों या सबूतों से यह साफ नहीं होता कि विवादित ढांचा बाबर या किसी और व्यक्ति के अंतर्गत बनवाई गई थी।

3. मस्जिद बनाने के लिए किसी मंदिर को ध्वस्त नहीं किया गया था।

4. मस्जिद का निर्माण होने के बहुत समय पहले वहां मंदिर था जो खंडहर हो चुका था और इसलिए उस मंदिर के खंडहर की सामग्री मस्जिद बनाने में उपयोग में लाई गई थी।

5. विवादित स्थल के बड़े भूभाग के बारे में हिंदूओं का मानना था कि इस बड़े भूभाग में कोई छोटा सा हिस्सा है जो भगवान राम का जन्म स्थल है। जबकि यह विश्वास विवादित स्थल के किसी भी हिस्से सें संबंधित नहीं है विशेषकर उस विवादित हिस्से से तो बिलकुल नहीं।

6. मस्जिद के निर्माण के बाद हिंदूओं को पता चला कि यह वही स्थान है जहां भगवान राम का जन्म हुआ था।

7. सन 1855 से बहुत पहले राम चबूतरा व सीता रसोई वहां पर अस्तित्व में था और लोग इसकी पूजा करते थे । यह बड़ी अजीबो गरीब स्थिति है कि मस्जिद के कंपाउंड के अंदर हिंदूओं का धार्मिक स्थल है और वहां मुस्लिम नमाज अदा करते हैं।

8. उपरोक्त सार के अनुसार दोनों समुदायों हिंदूओं और मुस्लिमों को संयुक्त कब्जा होना चाहिए।

9. सन 1949 से दशकों पहले हिंदूओं का विश्वास था कि मस्जिद के गुंबद के ठीक नीचे भगवान राम का जन्म हुआ था।

10. 23 दिसबंर 1949 में पहली बार मस्जिद के गुंबद के नीचे भगवान की मूर्तियां रखी गई।

13. यह सब देखते हुए दोनों समुदायों को विवादित स्थल पर संयुक्त कब्जा दे दिया गया है। तथा गुंबद के नीचे का स्थान जो श्रीराम का जन्म स्थल माना गया है वह भी हिंदूओं को दे दिया गया है